नाम है सोयाबीन और काम हैं अनेक। जी हाँ, सोयाबीन एक ऐसी फसल है जिसका उपयोग कई प्रकार से किया जाता है। सोयाबीन को शाकाहारी मनुष्यों के लिए मांस भी कहा जाता है क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।
आइये जानते हैं सोयाबीन से क्या -क्या चीजें बनाई जाती हैं:-
1. सोयाबीन का तेल बनाया जाता है ।
2.सोयाबीन का तेल निकालने के बाद जो अवशेष बच जाता है उससे सोयाबीन बड़ी (soya chunks) बनाया जाता है।यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
3.सोयाबीन की फली से दूध भी बनाया जाता है,दूध बनाने के लिए सोयाबीन को रात भर पानी में भिगोकर रखा जाता है फिर उसे पानी मिलाकर पीसा जाता है।
4.सोयाबीन के दूध से पनीर भी बनाया जाता है जिसे टोफ़ू कहा जाता है।
सोयाबीन में 42% प्रोटीन पाया जाता है इसलिए इसे शाकाहारी मनुष्यों के लिए मांस भी कहा जाता है।इसके अतिरिक्त इसमें तेल और कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा पायी जाती है।सोयाबीन कई प्रकार की शारिरिक क्रियाओं को भी प्रभावित करता है।उदाहरण के तौर पर:-
1.सोयाबीन में पाया जाने वाला प्रोटीन मानव रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में बहुत ही सहायक होता है साथ ही मोटापा कम करता है,उम्र बढ़ने से रोकता है और कैंसर रोधी भी होता है।
2.सोयाबीन में पाया जाने वाला घटक”ट्रिप्सिन इन्हीबिटर” और “फाइटेट”कैंसर रोधी होता है।
3.सोयाबीन में कई ऐसे घटक पाए जाते है जो एलर्जी और कई सारी बीमारियों से बचाव करते हैं।
जहाँ सोयाबीन के इतने सारे फायदे हैं वहीं सोयाबीन की खेती करना भी आसान होता है।खरीफ़ मौसम की फसल होने के कारण इसमें सिंचाई की आवश्यकता नहीं के बराबर या बहुत कम होती है।सोयाबीन की इन सभी गुणों के कारण ही इसे “सिंड्रेला क्रॉप” कहा जाता है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि सोयाबीन मनुष्य के पोषण के लिए एक अच्छा स्रोत है।
सोयाबीन से बनी खाद्य चीजें भी अपेक्षाकृत सस्ती होती हैं।जैसे कि आपको अमेज़न पर सोयाबीन की बड़ी(soya chunks) ₹145/kg, सोयाबीन का तेल₹116/L, सोयाबीन का ड्रिंक्स₹155/100ml, सोया पनीर₹250-300/100grm मिल जाते हैं।
नोट:-यह समान्य जानकारी पर आधारित है।