एक ऐसा घास जो खाने से लेकर त्वचा में लगाने तक में होता है उपयोग। जी हां दोस्तों सुनने में थोड़ा सा अटपटा लगता है की चाय में नींबू की जगह घास का उपयोग कैसे कर सकते हैं लेकिन यह बिल्कुल सच है और इस घास का नाम है “लेमनग्रास”। लेमनग्रास की पत्तियों का सुगंध नींबू जैसा होता है इसलिए कई लोग इसे चाय में नींबू की जगह इस्तेमाल करते हैं। इस घास की कई प्रजातियां होते हैं। और इनका उपयोग भी कई प्रकार से किया जाता है यहां हम आपको लेमनग्रास की कुछ महत्वपूर्ण उपयोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप अपने जीवन शैली में शामिल कर सकते हैं परंतु इसमें कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ेगी।
लेमनग्रास का प्रयोग एक प्रकार के तेल बनाने में भी किया जाता है जिससे सिट्रोनेला तेल कहते हैं। इस तेल का प्रयोग मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती, साबुन तथा सेंट बनाने में भी किया जाता है।
लेमनग्रास की सबूत पत्तियों को स्ट्यू और करी में भी डाला जाता है। इसके अलावा सूप बनाने में भी लेमनग्रास की पत्तियों को काटकर डाला जाता है।
लेमनग्रास के तेल में लिमोनेन होता है जो मनुष्य के त्वचा को गोरा और चमकदार बनाता है। लेमनग्रास के उपयोग से मुंहासे के निशान भी काम होते हैं यही कारण है कि लेमनग्रास के तेल का उपयोग ब्यूटी प्रोडक्ट्स में किया जाता है। लेमनग्रास का उपयोग दवाई बनाने में भी किया जाता है
लेमनग्रास के उपयोग के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं जैसे एलर्जी और खुजली इत्यादि। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी लेमनग्रास का उपयोग नुकसान पहुंचा सकती है इसलिए डॉक्टर के परामर्श से इसका उपयोग करना चाहिए।
लेमनग्रास को आप अपने किचन गार्डन में भी लगा सकते हैं या फिर छत पर गमले में भी लगा सकते हैं।
नोट: यह सामान्य जानकारी पर आधारित है।