पेड़ का नाम है,” Devil Tree” मतलब शैतानी पेड़ और काम है किसी फरिश्ते की तरह यहां तक की सांप के जहर से भी बचाता है।

Devil Tree

जी हां दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं एक ऐसे पेड़ के बारे में जिसे डेविल ट्री यानी शैतानी पेड़ के नाम से जाना जाता है इस पेड़ का असली नाम सप्तपर्णी है। हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिर इस पेड़ को शैतानी पेड़ क्यों कहा जाता है?

सप्तपर्णी का पौधा।

               पिछले कुछ हफ्तों से आपने देखा होगा कि पूरे इलाके में एक खुशबू फैली हुई है या खुशबू थोड़ी-थोड़ी इलायची के खुशबू से भी मिलती-जुलती है यह खुशबू इसी  पेड़ के फूलों से आ रही है इस वर्ष यह फूल बड़ी अधिक मात्रा में खिला है इसलिए पूरे वातावरण में इसकी खुशबू फैली हुई है।

                डेविल ट्री यानी सप्तपर्णी का पौधा पूरी तरह से एक औषधीय पेड़ है और यह पेड़ बहुत जल्दी बढ़ने वाला और पूरे वर्ष छाया देने वाला सदाबहार पेड़ माना जाता है इसके फूल आने का समय अक्टूबर और नवंबर होता है जो की बारिश के मौसम के बाद आता है इस पेड़ के कई फायदे हैं जैसे इसका उपयोग दस्त, मलेरिया, बुखार, अस्थमा, अल्सर और सांप के काटने आदि के इलाज में किया जाता है।

सप्तपर्णी का फूल।

                कहा जाता है कि जिन लोगों को किसी प्रकार की एलर्जी है उन्हें इस पौधे के करीब नहीं जाना चाहिए इससे परेशानी बढ़ सकती है लेकिन इसका बिल्कुल यह मतलब नहीं है कि यह पौधा जहरीला है बल्कि यह पौधा तो सांप के जहर से भी बचाता है।यह सप्तपर्णी का पेड़ एक बहुत फलदाई पौधा है इसके फूलों से वातावरण में चारों ओर खुशबू फैल जाती है और इसके फूल बड़े ही मनमोहक लगते हैं।

            ।  अब हम आपको बताएंगे इतने सारे फायदे होने के बाद भी इस पेड़ को डेविल ट्री यानी शैतानी पेड़ क्यों कहा जाता है चलिए जानते हैं।

                दोस्तों यह कहा जाता है कि जब इस पौधे में फूल खिलते हैं तो इसकी खुशबू पूरे वातावरण में मनमोहन तरीके से फैल जाती है जिससे इसकी तरफ नकारात्मक शक्तियां भी आकर्षित होती हैं इस कारण इस पेड़ के आसपास जाने के लिए मना किया जाता है यही कारण है कि इस पेड़ को शैतानी पेड़ के नाम से भी जाना जाता है।

     

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Jara Socho